अतिथि की कौन कहे, तिथि पर भी, पाहुन से मिलने में घबराती है। अतिथि की कौन कहे, तिथि पर भी, पाहुन से मिलने में घबराती है।
उठो जवान देश के, तराने गाओ रे। जो पड़े प्रमाद में, उनको जगाओ रे। उठो जवान देश के, तराने गाओ रे। जो पड़े प्रमाद में, उनको जगाओ रे।
मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत , मैं रहती हूँ जिस देश में , है उसका नाम भारत ,
अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध
हमारी संस्कृति पर बड़ा था हमें गर्व, पहुँचे देश के हर कोने में... हमारी संस्कृति पर बड़ा था हमें गर्व, पहुँचे देश के हर कोने में...
हिंदी सिर्फ़ एक भाषा ही नहीं है ये देश को जोड़ने की कड़ी है,होनी भाषा पर हमें गर्व होना चाहिए हिंदी सिर्फ़ एक भाषा ही नहीं है ये देश को जोड़ने की कड़ी है,होनी भाषा पर हमें गर्व ...